शेयर करेंछद्म धर्मनिरपेक्ष राजनेता, कम्युनिष्ट बुद्धिजीवी और दोगली मीडिया आजकल चिल्ला रहे हैं कि देश में असहिष्णुता बढ़ी है और यह असहिष्णुता भाजपा और मोदी सरकार के आने से बढ़ी है। मेरा मानना है यह असहिष्णुता में वृद्धि नहीं वरन यह दोगली धर्मनिरपेक्षता के विरुद्ध हिंदुओं में असंतोष की वृद्धि है और इस असंतोष में वृद्धि का कारण वर्षों से सेकुलरिज्म के नाम पर ईसाई-मुस्लिम तुष्टिकरण और हिंदुओं का राजनितिक अवहेलना और शोषण, भारत के गौरवशाली सभ्यता, संस्कृति और धर्म का अपमान, राष्ट्र और धर्म की सुरक्षा से खिलवाड तथा तुष्टिकरण केलिए देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा से समझौता…
छद्म धर्मनिरपेक्षवाद आतंकवाद से ज्यादा खतरनाक है भाग-1
शेयर करेंहमारे देश को जिहादी, आतंकी मानसिकता से ज्यादा खतरा छद्म धर्मनिरपेक्षवाद से है। छद्मधर्मनिरपेक्षवादी पाकिस्तान, पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों और स्लीपर सेल से भी ज्यादा खतरनाक है। एक उदहारण द्वारा समझते हैं। मान लीजिए एक मुस्लिम आतंकी हमला करता है या एक मुस्लिम आत्मघाती बम हमला करता है तो वह कितने हिन्दुओं, बौद्धों, सिक्खों या जैनों की हत्या करेगा? दस, बीस, पचास या सौ? परन्तु एक छद्म सेकुलर वामपंथी के बारे में सोचिए जो हमारे बीच रहकर, हमारे जैसा दिखकर, हमारे जैसा बनकर हमारे सनातन धर्म, हमारा हिन्दुस्थान और हम हिन्दुओं के विरुद्ध काम करता है। मुस्लिम आत्मघाती बम तो…
कश्मीर में आधुनिक आतंकवाद के जनक शेख अब्दुल्ला
शेयर करेंनव धर्मान्तरित ज्यादा खतरनाक होते हैं भाग-5: कश्मीर में आधुनिक आतंकवाद के जनक शेख अब्दुल्ला (कारण, नव धर्मान्तरित को साबित करना होता है कि 1. जिस नाले में उसने डुबकी लगाई है वह पवित्र गंगाजल से बेहतर है और 2. उसे नाले में रहने केलिए अनुकूलित होना पड़ता है।) आतिश-ए- चिनार में शेख अब्दुल्ला ने लिखा है कि उनके पूर्वज कश्मीरी पंडित थे। उनके परदादा का नाम बालमुकुंद कौल था। उनके पूर्वज मूल रूप से सप्रू गोत्र के कश्मीरी ब्राह्मण थे। किताब के मुताबिक अफगान शासनकाल में 1766 ईस्वी में उनके पूर्वज रघुराम ने एक सूफी के हाथों इस्लाम…
शैतान शायर मोहम्मद इकबाल
शेयर करेंनव धर्मान्तरित ज्यादा खतरनाक होते हैं भाग-4: शैतान शायर मोहम्मद इक़बाल (कारण, नव धर्मान्तरित को साबित करना होता है कि 1. जिस नाले में उसने डुबकी लगाई है वह पवित्र गंगाजल से बेहतर है और 2. उसे नाले में रहने केलिए अनुकूलित होना पड़ता है।) मोहम्मद इकबाल का जन्म 9 नवंबर 1877 को अविभाजित भारत में पंजाब के सियालकोट में हुआ था, जो अब पाकिस्तान में है। इकबाल के दादा सहज सप्रू हिंदू कश्मीरी पंडित थे जो बाद में सियालकोट आ गए। इनके पिता हिंदू थे जिनका नाम रतन लाल था, जिन्होंने बाद में इस्लाम धर्म कबूल कर…
नव धर्मान्तरित मोहम्मद अली जिन्ना
शेयर करेंनव धर्मान्तरित ज्यादा खतरनाक होते हैं भाग-3: मोहम्मद अली जिन्ना (कारण, नव धर्मान्तरित को साबित करना होता है कि 1. जिस नाले में उसने डुबकी लगाई है वह पवित्र गंगाजल से बेहतर है और 2. उसे नाले में रहने केलिए अनुकूलित होना पड़ता है।) बेशक पाकिस्तान का जन्म धर्म के आधार पर हुआ और उसके संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना था पर पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के पिता हिंदू परिवार में पैदा हुए थे। एक नाराजगी के चलते उन्होंने अपना धर्म बदल लिया। वो मुस्लिम बन गए। ताजिंदगी न केवल इसी धर्म के साथ रहे बल्कि उनके…
कालाचंद राय उर्फ़ काला पहाड़
शेयर करेंनव धर्मान्तरित ज्यादा खतरनाक होते हैं भाग-2: कालाचंद राय उर्फ़ काला पहाड़ (कारण, नव धर्मान्तरित को साबित करना होता है कि 1. जिस नाले में उसने डुबकी लगाई है वह पवित्र गंगाजल से बेहतर है और 2. उसे नाले में रहने केलिए अनुकूलित होना पड़ता है।) बंगाल के इतिहास में काला पहाड़ का नाम एक अत्याचारी के नाम से स्मरण किया जाता है। काला पहाड़ का असली नाम कालाचंद राय था। कालाचंद राय एक बंगाली वैष्णव ब्राहण नयनचंद राय का पुत्र था। पूर्वी बंगाल के उस वक्त के कर्रानी वंश के सुल्तान की बेटी गुलनाज को उससे प्यार…
सूर्य नारायण मिश्रा उर्फ़ मुर्शिद कुली खान
शेयर करेंनव धर्मान्तरित ज्यादा खतरनाक होते हैं भाग-1: सूर्य नारायण मिश्रा उर्फ़ मुर्शिद कुली खान (कारण, नव धर्मान्तरित को साबित करना होता है कि 1. जिस नाले में उसने डुबकी लगाई है वह पवित्र गंगाजल से बेहतर है और 2. उसे नाले में रहने केलिए अनुकूलित होना पड़ता है।) डेक्कन सी में एक कुलीन ब्राह्मण परिवार जो भिक्षा मांगकर अपना गुजरा करते थे इस्लामिक अत्याचार और हिंसा से त्रस्त हिन्दुओं के बीच पेट भरने भर की भिक्षा जुटाने में भी असमर्थ हो गये। ऊपर से मुगलिया कर चुकाने का दबाब। मजबूर होकर उन्होंने अपने एक दस वर्षीय बेटे सूर्य…
संभल के हरिहर मंदिर, अब जामी मस्जिद, का इतिहास
शेयर करेंभगवान कल्कि को समर्पित श्री हरिहर मंदिर के बारे में माना जाता है कि इसका निर्माण सृष्टि के आरंभ में भगवान विश्वकर्मा ने किया था। हिन्दू धर्मशास्त्रों में इस मंदिर का विशेष महत्व है। शास्त्रों में इसे भगवान विष्णु और भगवान शिव की एकता का प्रतीक बताया गया है। हिन्दू ग्रंथों में लिखा है, ““यथा शिवस्तथा विष्णु, यथा विष्णुस्तथा शिवः” जिसका अर्थ है ‘जैसे शिव हैं, वैसे ही विष्णु हैं; जैसे विष्णु हैं, वैसे ही शिव हैं।’ संभल महात्म्य में जामा मस्जिद को तीर्थों का केंद्र बिंदु दर्शाया है संभल नगर धार्मिक नजरिये से भी ऐतिहासिक है। संभल महात्म्य…
चीन के आगे मुसलमान घुटने टेक देते हैं, भारत के सिर पर तांडव करते हैं, क्यों?
शेयर करेंचीन मुसलमानों पर भयानक अत्याचार करता है, लाखों मुसलमानों को सुधारने के नाम पर कैद कर रखा है और उन्हें मारकर उनके विभिन्न अंगों का व्यापार करता है। मुसलमानों को नमाज पढ़ने, दाढ़ी रखने और रोजा रखने नहीं देता है। कुरान पर प्रतिबन्ध लगा रखा है और उनके पास कुरान पाए जाने पर जेल भेज देता है। मस्जिदों को तोड़कर शौचालय बना देता है और तो और वह खुलेआम इस्लाम को धर्म नहीं मानसिक बीमारी और पागलपन बताता है। इतना होने के बाबजूद कोई भी मुसलमान, मुसलमान छोड़िये कोई भी मुस्लिम देश उसके खिलाफ चूं तक नहीं बोलता है।…
बंगाल में मुस्लिमपरस्त शासन प्रशासन बंगाल ही नहीं पूरे देश केलिए खतरा बन चुका है
शेयर करेंलेख दो भागों में प्रस्तुत करेंगे। पहले भाग में घुसपैठ पर चर्चा करेंगे और दुसरे भाग में घुसपैठियों के कारण भारत की अखंडता, सुरक्षा और हिन्दुओं (हिन्दू, बौद्ध, सिक्ख, जैन) के भविष्य पर संकट, घुसपैठियों का राजनितिक और चुनावी प्रभाव; घुसपैठियों के कारण जनांकिकीय दबाब और डेमोग्रेफिक बदलाव; आतंकी, जिहादी, आपराधिक, रेप, रेप-मर्डर में इनकी भागीदारी; घुसपैठियों का गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई और अन्य आर्थिक दुष्प्रभाव का विश्लेषण करेंगे। भाग-1 अवैध घुसपैठ एक अनुमान के मुताबिक भारत में लगभग 7-10 करोड़ अवैध बंगलादेशी मुस्लिम और रोहिंग्या रह रहे हैं और उनमें लगभग 60 से 70 प्रतिशत पश्चिम बंगाल से घुसे…