Secularism
आधुनिक भारत, राष्ट्रीय मुद्दे

संविधान में उल्लिखित पंथनिरपेक्षता का स्वरूप और उसका राजनीतिक दुरूपयोग

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शेयर करेंहम सभी अपने देश, अपनी सभ्यता, अपनी संस्कृति और अपने धर्म से प्यार करते है, उसका पालन करते हैं। हम सभी धर्मों का समान आदर कर सकते है पर हम धर्मनिरपेक्ष कैसे हो सकते है? धर्मनिरपेक्षता राज्य की प्रकृति है व्यक्ति का नहीं। धर्मनिरपेक्ष राज्य का उत्तरदायित्व है कि वह पक्षपात रहित होकर सभी धर्मों और मताबलम्बियों के साथ समान व्यवहार सुनिश्चित करे। भारतीय संविधान में उल्लिखित पन्थनिरपेक्षता का यही आशय है। पर नेहरु और कांग्रेस शासित भारत में धोखे से धर्मनिरपेक्ष होने और धर्मनिरपेक्षता बनाये रखने की जिम्मेदारी भारतीय सभ्यता, संस्कृति, धर्म , परम्परा को माननेवाले मूलनिवासियों पर…

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राणा सांगा
ऐतिहासिक कहानियाँ, राष्ट्रीय मुद्दे

राणा सांगा एक महान योद्धा

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शेयर करेंसमाजवादी हरा आमी ने भारत के जिस महानायक, महान योद्धा को “गद्दार” कहकर राज्यसभा में  संबोधित किया, आईये जानते हैं कि वे कौन थे! महाराणा सांगा अर्थात महाराणा संग्राम सिंह। इस महान योद्धा के बारे में आप जितना पढ़ेंगे, उतना ही आश्चर्य में डूबते चले जायेंगे। लगभग सौ युद्ध और अधिकांश में विजय! शरीर के हर अंग पर युद्ध के चिन्ह सजाए इस रणकेसरी को खंडहर, सैनिकों का भग्नावशेष आदि कहा गया है … जैसे रणचंडी ने उन्हें अपने हाथों से पुरस्कार स्वरूप घावों के आभूषण पहनाए हो। एक योद्धा की एक आँख चली गयी..किसी दूसरे युद्ध में एक…

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द्रविड़ आन्दोलन
आधुनिक भारत, राष्ट्रीय मुद्दे

द्रविड़ आन्दोलन की आड़ में राष्ट्रविरोधी षडयंत्र और जयललिता

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शेयर करें१८५७ की राष्ट्रव्यापी प्रथम स्वतंत्रता संघर्ष में जब समस्त भारतीय अंग्रेजों के विरुद्ध खड़े थे उस दौरान भी जब नव मतांतरित भारतीय ईसाई समाज पूर्ण रूप से स्वाधीनता के विरोध में और अंग्रेजों के साथ खड़े हो गए तो अंग्रेजों को भारत में अपना साम्राज्य स्थायी बनाने की उम्मीद जग गयी। इस उम्मीद को अमलीजामा पहनाने के लिए सर्वप्रथम हिंदुओं को लोभ, लालच, नौकरी में आरक्षण आदि के माध्यमों से ईसाई मतों में धर्मान्तरण को बढ़ावा दिया गया, दूसरे स्तर पर शिक्षा को मिशनरियों के सहयोग से सेकुलर यानि राष्ट्र विरोधी, हिंदू विरोधी और अंग्रेजी राज परस्त बनाया गया।…

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दलित-मुस्लिम
आधुनिक भारत, राष्ट्रीय मुद्दे

दलित मुस्लिम भाई भाई: दलितों के विरुद्ध एक खतरनाक षडयंत्र

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शेयर करेंजब मुस्लिम मुस्लिम भाई भाई नहीं हो सकते, वे उंच-नीच और सच्चा झूठा मुसलमान के नाम पर एक दूसरे का कत्लेआम कर रहे हैं तो दलित मुस्लिम भाई भाई, हिन्दू मुस्लिम भाई भाई कैसे हो सकते हैं जबकि कुरान में तीन तीन जगह मुसलमानों को गैरमुस्लिमों को दोस्त बनाने से मना किया गया है? वे कुरान और हदीस को मानेंगे या भाईचारे को? दलित मुस्लिम भाईचारे के विषय पर हर दलित भाई बहनों को बाबा साहेब आंबेडकर के विचार जरुर जानना चाहिए। दलित मुस्लिम भाई भाई का नारा नया नहीं है। भारत की आजादी की लड़ाई के दौरान मुस्लिम…

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ब्रेस्ट टैक्स
आधुनिक भारत, राष्ट्रीय मुद्दे

ब्रेस्ट टैक्स: एक फर्जी वामपंथी कथा

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शेयर करेंमहान राष्ट्रवादी इतिहासकार स्वर्गीय पुरुषोत्तम नागेश ओक लिखते हैं कि यूरोपियन जब ईसाई बने तो अपने सभी प्राचीन ऐतिहासिक ग्रंथों को आग लगा दिया और अपने पूर्वजों द्वारा निर्मित पुरातात्विक साक्ष्यों को भी नष्ट कर दिया। उन्होंने अपने पूर्वजों के इतिहास को अंधकार युग कहकर नकार दिया। पीटर, पॉल जैसे कनवर्टेड यूरोपियन ईसाई बनकर प्रत्येक रविवार को प्रार्थना करने के बाद अपने अनुयायियों के साथ हथौड़ा लेकर अपने पूर्वजों के मंदिरों, देवी, देवताओं को तोड़ने और उनके एतिहासिक, वैज्ञानिक और धार्मिक ग्रंथों को जलाने केलिए निकलते थे।  ऐसा शताब्दियों तक चला और उन्होंने वाटिका (अब वेटिकन) मंदिर और उसके…

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छद्म धर्मनिरपेक्षवाद
आधुनिक भारत, राष्ट्रीय मुद्दे

छद्म धर्मनिरपेक्षवाद आतंकवाद से ज्यादा खतरनाक है भाग-2

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शेयर करेंछद्म धर्मनिरपेक्ष राजनेता, कम्युनिष्ट बुद्धिजीवी और दोगली मीडिया आजकल चिल्ला रहे हैं कि देश में असहिष्णुता बढ़ी है और यह असहिष्णुता भाजपा और मोदी सरकार के आने से बढ़ी है। मेरा मानना है यह असहिष्णुता में वृद्धि नहीं वरन यह दोगली धर्मनिरपेक्षता के विरुद्ध हिंदुओं में असंतोष की वृद्धि है और इस असंतोष में वृद्धि का कारण वर्षों से सेकुलरिज्म के नाम पर ईसाई-मुस्लिम तुष्टिकरण और हिंदुओं का राजनितिक अवहेलना और शोषण, भारत के गौरवशाली सभ्यता, संस्कृति और धर्म का अपमान, राष्ट्र और धर्म की सुरक्षा से खिलवाड तथा तुष्टिकरण केलिए देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा से समझौता…

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छद्म धर्मनिरपेक्षवाद
आधुनिक भारत, राष्ट्रीय मुद्दे

छद्म धर्मनिरपेक्षवाद आतंकवाद से ज्यादा खतरनाक है भाग-1

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शेयर करेंहमारे देश को जिहादी, आतंकी मानसिकता से ज्यादा खतरा छद्म धर्मनिरपेक्षवाद से है। छद्मधर्मनिरपेक्षवादी पाकिस्तान, पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों और स्लीपर सेल से भी ज्यादा खतरनाक है। एक उदहारण द्वारा समझते हैं। मान लीजिए एक मुस्लिम आतंकी हमला करता है या एक मुस्लिम आत्मघाती बम हमला करता है तो वह कितने हिन्दुओं, बौद्धों, सिक्खों या जैनों की हत्या करेगा? दस, बीस, पचास या सौ? परन्तु एक छद्म सेकुलर वामपंथी के बारे में सोचिए जो हमारे बीच रहकर, हमारे जैसा दिखकर, हमारे जैसा बनकर हमारे सनातन धर्म, हमारा हिन्दुस्थान और हम हिन्दुओं के विरुद्ध काम करता है। मुस्लिम आत्मघाती बम तो…

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संभल-हरिहर-मंदिर
आधुनिक भारत, मध्यकालीन भारत, राष्ट्रीय मुद्दे

संभल के हरिहर मंदिर, अब जामी मस्जिद, का इतिहास

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शेयर करेंभगवान कल्कि को समर्पित श्री हरिहर मंदिर के बारे में माना जाता है कि इसका निर्माण सृष्टि के आरंभ में भगवान विश्वकर्मा ने किया था। हिन्दू धर्मशास्त्रों में इस मंदिर का विशेष महत्व है। शास्त्रों में इसे भगवान विष्णु और भगवान शिव की एकता का प्रतीक बताया गया है। हिन्दू ग्रंथों में लिखा है, ““यथा शिवस्तथा विष्णु, यथा विष्णुस्तथा शिवः” जिसका अर्थ है ‘जैसे शिव हैं, वैसे ही विष्णु हैं; जैसे विष्णु हैं, वैसे ही शिव हैं।’ संभल महात्म्य में जामा मस्जिद को तीर्थों का केंद्र बिंदु दर्शाया है संभल नगर धार्मिक नजरिये से भी ऐतिहासिक है। संभल महात्म्य…

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चीन
राष्ट्रीय मुद्दे

चीन के आगे मुसलमान घुटने टेक देते हैं, भारत के सिर पर तांडव करते हैं, क्यों?

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शेयर करेंचीन मुसलमानों पर भयानक अत्याचार करता है, लाखों मुसलमानों को सुधारने के नाम पर कैद कर रखा है और उन्हें मारकर उनके विभिन्न अंगों का व्यापार करता है। मुसलमानों को नमाज पढ़ने, दाढ़ी रखने और रोजा रखने नहीं देता है। कुरान पर प्रतिबन्ध लगा रखा है और उनके पास कुरान पाए जाने पर जेल भेज देता है। मस्जिदों को तोड़कर शौचालय बना देता है और तो और वह खुलेआम इस्लाम को धर्म नहीं मानसिक बीमारी और पागलपन बताता है। इतना होने के बाबजूद कोई भी मुसलमान, मुसलमान छोड़िये कोई भी मुस्लिम देश उसके खिलाफ चूं तक नहीं बोलता है।…

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बंगाल
राष्ट्रीय मुद्दे

बंगाल में मुस्लिमपरस्त शासन प्रशासन बंगाल ही नहीं पूरे देश केलिए खतरा बन चुका है

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शेयर करेंलेख दो भागों में प्रस्तुत करेंगे। पहले भाग में घुसपैठ पर चर्चा करेंगे और दुसरे भाग में घुसपैठियों के कारण भारत की अखंडता, सुरक्षा और हिन्दुओं (हिन्दू, बौद्ध, सिक्ख, जैन) के भविष्य पर संकट, घुसपैठियों का राजनितिक और चुनावी प्रभाव; घुसपैठियों के कारण जनांकिकीय दबाब और डेमोग्रेफिक बदलाव; आतंकी, जिहादी, आपराधिक, रेप, रेप-मर्डर में इनकी भागीदारी; घुसपैठियों का गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई और अन्य आर्थिक दुष्प्रभाव का विश्लेषण करेंगे। भाग-1 अवैध घुसपैठ एक अनुमान के मुताबिक भारत में लगभग 7-10 करोड़ अवैध बंगलादेशी मुस्लिम और रोहिंग्या रह रहे हैं और उनमें लगभग 60 से 70 प्रतिशत पश्चिम बंगाल से घुसे…

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